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UTTPATTI SHRINKHLA EPISODE 3

उत्त्पत्ति श्रृंखला 

लेखक-चेतन सिंह यादव
भाग-1 (रक्षकों का युग)
EPISODE-3
Title -तिरंगा


HARYANA
शहर के उत्तरी भाग में , शहर से थोड़ी दूरी पर बने एक बड़े से बंगले के अंदर तलघर में एक व्यक्ति अपनि ख़ुफ़िया प्रयोगशाला में
व्यक्ति - ये सूट तो लगभग तयार है लेकिन इसके लिए मुझे एक आंतरिक power source की जरूरत है जो इस सूट को चालू रखे , प्रोबोट पता लगाओ हिंदुस्तान में ऐसा कोई वैज्ञानिक मौजूद हैं जो nano tech का genius हो
प्रोबोट उस व्यक्ति के द्वारा बनाया गया स्वचालित मशीनी मस्तिष्क है जिसे हम अंग्रेजी में artificial intelligence कहते हैं
प्रोबोट - मैने सारा data analize kiya है प्रोफेसर, इस तरह का एक वैज्ञानिक राजनगर में मौजूद हैं dr. Anis raja....

NEW DELHI
Police station
I.G yadav delhi के सभी पुलिस ऑफिसरस को दिल्ली में बड़ रहे नशे की रोकथाम के लिए एक बेहतर नज़रिया अपनाने के बारे में समझा रह थे नाशा जिसकी चपेट में आज भारत के आधे से ज्यादा युवक आ चुके हैं खेर ये हमारी परेशानी की वजह नही है हमारी परेशानी की वजह है पुरानी दिल्ली में एकाएक बड़ रहे drug mafia से ...
S.I arjun - लेकिन sir पुरानी दिल्ली में तो तिरंगा के आने के बाद से अपराध पहले से काफी कम हो गया है
I.G yadav - वो कोई हीरो नही है अर्जुन , वो कानून अपने हाथ में लेता है अगर उसे पहले ही पता चल जाता है कि अपराध कहा और कब होने वाला है तो वो पुलिस से संपर्क क्यों नही करता , तिरंगा नाम रखलेने से कोई भी देश के कानून से उपर नही हो जाता s.i अर्जुन ...
Ins. क्षिप्रा - वो खुद भी खुद को कानून के ऊपर नही समझता है sir अगर ऐसा होता तो वो उन्न सभी अपराधियों को जेल तक नही पहुंचाता
I.G yadav - बस बहुत हुआ , vinay इस case को अब तुम देखोगे, पुरानी दिल्ली जाने की तैयारी करलो

RAJNAGAR
Queens cafe
प्रेमी जोड़ों का एक सदाबहार अड्डा ....
कॉफ़ी भैया ये कैसा नाम है आपका ' एक लड़की ने कॉफी देने बाले से बोला
कॉफ़ी भैया - हा हा नाम तो मेरा नाग... नही नही नंद है पर लोग कॉफी वाले भैया बोलते थे और फिर धीरे धीरे उसे ओर छोटा करके कॉफी भैया कर दिया... है है वैसे तुम्हारा नाम क्या है बेटा पहले कभी यहाँ नही देखा
लड़की - श्वेता ओर यहाँ  अपनी फ्रेंड के यहाँ आई हूं वो सर्कस है ना सोचा इसी बहाने दोस्त से भी मिल लूँगी , वो आती ही होगी
इतने में उस लड़की की नज़र एक टेबल पर पड़ती है जो कि खाली थी
श्वेता - कमाल है इतनी भीड़ है मेरी तरह कई और लोग भी खड़े हैं लेकिन कोई उस टेबल पर क्यों नही बैठ रहा
कॉफ़ी भैया - इसके पीछे भी एक कहानी है.. शहर के ज्यादातर जोड़ो का प्रेम queens में ही शुरू हुआ हैं उन्हीं में से एक जोड़ा जो कैफ़े में सभी का पसंदीदा जोड़ा है एक हँसमुख तो दूसरी नकचढ़ी ,एक सबकी मदद करने में विस्वास रखता तो दूसरी को किसी से कोई मतलब नही , वो सबसे पहला जोड़ा था इस कैफ़े का जब ये खुला था यही से उनकी कहानी शुरु हुई थी उसी टेबल से जो खाली है और उनके अलावा वहाँ कोई और नही बैठ सकता...
श्वेता - मतलब सुनने में तो अच्छा लगता है लेकिन
इतने में नंद ने श्वेता की बात काटी
कॉफ़ी भैया - लो वो आ गए
एक लड़की व्हाइट ड्रेस में बेहद आकर्षक लग रहीं थी जो उस दरवाज़े से अंदर घुसती हे
श्वेता - ये तो अकेली है
कॉफ़ी भैया - हमेशा की तरह ...
श्वेता - मतलब
नंद gate की तरफ इशारा करता है वहां से एक लड़का थोड़े गंदे से कार्गो ओर टी शर्ट में अंदर आता है उसकी टी शर्ट भी पीछे से गंदी हो रखी थी जैसे कही पर गिर गया हो यहाँ आने से पहले
लड़का - सॉरी सॉरी.... सॉरी बेबी.. वो क्या है ना वो एक आँटी की चैन चुरा ली थी किसी ने तो थोड़ा लेट हो गया हिहि
कॉफी भैया - यही है इनकी कहानी रोज लड़की पहले आती है और लड़का बाद में ... फिर लड़का लड़की को मनाता है
श्वेता - intresting... अब तो मिलना पड़ेगा , वैसे इस लड़की को कही देखा है ये कही वो तो नही है क्या नाम था उसका....
Natasha sheen राजनगर की राजकुमारी ' दूसरी लड़की श्वेता की बात पूरी करती है
श्वेता - रिचा कहा रह गई थी यार...
रिचा - बस पूछ मत
बोलते हुए रिचा उस लड़के की तरफ देखती है दोनो एक दूसरे को देख कर हल्का सा मुस्कुराते हैं
श्वेता - ओह ओह मैडम ये क्या था
अपने टेबल की तरफ जाते हुए श्वेता बोलती है
रिचा - इसके लिए तुम्हे मेरे साथ जरा फ्लैशबैक में चलना पड़ेगा
Few minutes earlier

इतने में लोग वहाँ इक्कठा हो जाते है और ऑटो में बैठ कर औरत भी वहाँ आ जाती है
औरत - thanks बेटा, आज तुम न होते तो पता नही हम घर कैसे जा पाते
बाइक सवार - कोई बात नही आंटी
इतने में एक लड़की दौड़ती हुई वहाँ आती हे
लडक़ी - हैय मैंने तुम्हें कही देखा है
लड़का अपने हाथ से एक दुकान के ऊपर की तरफ इशारा करता हे वहां एक poster लगा होता है जिसपर jupiter circus लिखा होता है और एक बाइक सवार उसके बीचो बीच खड़ा होता है
लड़की - हान वही में कहूं कही तो देखा ह तुम्हे ,by the way में रिचा ओर तुम
लड़का - ओर में ध्रुव
रिचा - तुम लोगो का तो शो होने वाला था उसका क्या हुआ
ध्रुव - वो एक महीने आगे बढ़ गया था इस february में हे
रिचा - वाओ में जरूर आऊंगी...
ध्रुव उसे देख कर हलका मुस्कुराता है और अपनी बाइक लेकर वहा से निकल जाता है
इतने में अचानक ही वो लड़की जाने कहा से उसकी बाइक के आगे फिरसे आ जाती है
ध्रुव - ये कैसे किया तुमने
रिचा - मुझे यहाँ सारे शार्ट रास्ते पता है खेर मैने देखा तुम इस तरफ जा रहे हो तो सोचा ..... queens cafe तक जरा ड्राप करदो यार
ध्रुव रिचा को पीछे बैठने का इशारा करता है

PURANI DELHI
रात 11 बजे , master's night club के पीछे
एक आदमी अपनी जेब से निकाल कर कुछ दे रहा था उसके सामने खड़े दो युवकों को, वो दोनों ही शायद अभी 17 या 18 वर्ष के होंगे मुश्किल से...
आदमी - इसकी कीमत दुगनी लगेगी , आज कल मार्किट में बहुत सख्ती हो गई है
एक युवक - bro यार अपने पास 1k ही है अभी
आदमी - तो आधी पकड़ ओर निकल यहाँ से जल्दी
दूसरा युवक - लाओ आधी ही दो।
जल्दी से वो लड़के उसे पैसे देकर वो सामान लेकर वहाँ से निकल ही रहे होते हैं कि तभी उस अंधेरी गली में से निकल कर एक परछाई उनके सामने खड़ी हो जाती है
आदमी - त..त.. ति
युवक - तिरंगा...
इससे पहले कोई और कुछ कहता या सोचता , तिरंगा का एक मुक्का उन दोनों युवकों को बेहोशी की दुनिया मे भेज देता है और उस आदमी को उसकी कॉलर से पकड़ कर हवा में उठा देता है तिरंगा...
तिरंगा - कहा से ओर किससे
आदमी - मुझे नही पता...माँ कसम मुझे नहीं पता
तिरंगा उस आदमी को उछाल कर दीवार पर फैंकता है
आदमी अभी अपने दर्द से कार्रहा ही रहा था तब तक तिरंगा उसे फिर उठा लेता है इस बार उसकी गर्दन से उठाता है वो उसे
तिरंगा - कहा से ओर किससे
आदमी - club.... मास्टर क्लब ... रॉनी नाम है उसका
तिरंगा हल्का मुस्कुराता है ओर उस आदमी की गर्दन के पीछे हल्के से कुछ दबाता है जिससे वो बेहोश हो जाता है

पुरानी दिल्ली में कही और
Ins विनय बाइक पर भनभनाते हुए कही जा रहा था
विनय - अगर मेरी ख़बर पक्की है तो master's club से ही ये वीड पूरे शहर में बेची जा रही है

MAHANAGAR
NAGRAJ ..... जी हां महानगर का अपना रक्षक नागराज , जहाँ एक तरफ नागराज के आने से अपराध में भारी गिरावट आई है वही दूसरी तरफ नागराज लोगो का चहेता बनता जा रहा है खासतौर पर बच्चों का... इसलिए अब परेशान होने की जरूरत नही है महानगर के लोगो क्योंकि नागराज है ना....
पुलिस स्टेशन , महानगर
चीता - sir मुम्बई ...
SP kumar - हां चीता महानगर में नागराज के आने के बाद से पुलिस का काम अब सिर्फ अपराधियो को जेल में बंद करना रह गया है क्योंकि पकड़ने का काम तो नागराज छोड़ता नही हमारे लिए , ऐसे में तुम्हारे जैसे होनहार ओर ईमानदार ऑफिसर की जरूरत मुम्बई को ज्यादा है सुना है वहाँ कोई है जो लोगो को मार रहा है
चीता -  sir... फिर तो देखना पड़ेगा
SP कुमार - ठीक है मैं तुम्हारे जाने का इंतज़ाम करवाता हु

PURANI DELHI

Master's club
क्लब के अंदर विनय घुसता है उसने बढ़िया सी जैकेट ओर जीन्स पहन रखा था
क्लब के अंदर लड़कियां अलग अलग राउंड स्टेजस पर डांस कर रही थी और उन स्टेजस के आस पास टेबल्स रखे हुए थे लोगो के बैठने के लिए , पास ही बार टेबल थी जहाँ पर खड़े होकर लोग बीयर ओर शराब जैसी चीज़े लेकर या तो पी रहे थे या अपनी टेबल पर बैठ कर पी रहे थे
विनय उसी बार टेबल पर खड़ा होता है जाकर
विनय - ला भाई एक शॉट बना
बार टेंडर - पहले कभी देखा नही तुम्हे नए हो ?
विनय - हाँ कह सकते हो पुरानी दिल्ली आना कम ही होता है वो तो मजबूरी खींच लाई भाई
बारटेंडर - कैसी मजबूरी लड़कियां ( बारटेंडर ने भोएँ ऊपर करते हुए हवस भरी हसी के साथ पूछा )
विनय - हे हे भाई लड़कियां तो वहाँ भी मिलती हैं अपुन को तो माल चाइये
बारटेंडर - माल बोले तो वी..
विनय - सही समझे भाई वीड चाइये लौंडे ने बोला था masters पर सब मिलता है
बारटेंडर - देखो आदमी तो तुम सही लगते हो लेकिन...
विनय - लेकिन क्या...
इतने में पीछे से एक हट्टा कट्टा आदमी विनय के कंधे पर हाथ रखता है
आदमी - चल जरा तेरेको बॉस ने बुलाया है
विनय उसके साथ ऊपर बने एक केबिन में चल देता है
Inside cabin
बॉस - तो तुम्हे वीड चाइये
विनय - कमाल है कान बहुत तेज़ है तुम्हारे लगता है ( विनय ने मुस्कुराते हुए कहा )
बॉस उसके पीछे खड़े उस मुस्टंडे को इशारा करता है जिसपर वो मुस्टंडा विनय को गर्दन से पकड़ कर उसके मुँह को टेबल पर रख देता है
मुस्टंडा - जवान बहुत चलती है तेरी
विनय - यकीन मानो आवाज़ तो आएगी अब वो मेरे मुँह से आये उसी में भलाई है
बॉस - छोड़ दो उसे ( विनय अपनी कालर को ठीक करता है )
बॉस - तो कितनी चाइये
विनय - कितनी दे सकते हो
बॉस - दिलचस्प... हमारे पास 2लाख का माल है अभी
विनय - च च ... मुझे ज्यादा चाइये ओर एक ही बार मे चाइये , रहने दो मूझे लगा था कि masters पर सबकी इच्छा पूरी होती है मजा आया नही यार... चलो अपन चलते हैं ( कहते हुए विनय उठता है )
बॉस - रुको मेरे पास कुछ है जो वीड का भी बाप है
विनय - अहां अब line पर आ रहे हो तुम
बॉस - हान लेकिन अभी हमारे पास उसका सैंपल माल ही आया है ,
बॉस अपनी डेस्क में से निकाल कर विनय की तरफ करता है कि तभी क्लब के पॉवर कट जाता है पूरे क्लब में अंधेरा छा जाता है
बॉस - क्या हुआ है मुन्ना पता कर जाकर , दोबारा लाइट 3 मिनट में चालू होगी तब तक सबको शांत रखना
(मुन्ना अपने मोबाइल की लाइट जलाता है कि तभी बाहर से लोगो के चीखने की आवाज़ें आने लगती है 3 मिनट बाद लाइट आती है बॉस विनय ओर दो बॉडीगार्ड )
बॉस - ये सब बंद कैसे हुआ सुट्टा जाकर देख
सुट्टा दरवाजे की तरफ पहुंचता है वो उसे खोलता उससे पहले ही वो दरवाजा टूट कर सुट्टा के ऊपर गिरता है

RAJANAGAR
D.R.D.O
हेलो प्रोफेसर के.के वर्मा जी '
प्रोफेसर - हेलो mr. अनीस रजा
अनीस - तो कहिये एक महान वैज्ञानिक को मेरी क्या जरूरत आन पड़ी
प्रोफेसर - मुझे तुम्हारी nano tech की जरूरत है actually में एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हु जिसमे मुझे एक ऐसे power source की जरूरत है जो एक हाथ मे आ जाये और उसमें energy इतनी हो कि वो अपने आप मे एक पॉवर हाउस हो
अनीस - वैसे काम इतना मुश्किल नही है लेकिन आप जानते हैं में govt. के लिए काम करता हूं ऐसे में आपके लिए ये काम करना बिना किसी को खबर किये थोड़ा समझ रहे है ना आप
प्रोफेसर - देखो अब एक वैज्ञानिक ही दूसरे वैज्ञानिक की जिज्ञासा को समझ सकता है और सहायता कर सकता है
अनीस - वो तो मैं समझ रहा हु प्रोफेसर लेकिन मुझे भी कुछ चाइये रहेगा आपसे
प्रोफेसर थोड़ा झिझकते हुए - आ हाँ बोलो
अनिस - मुझे आपके प्रोजेक्ट की equations चाइये बदले में मैं आपको पॉवर reactor बनाने की equations दे दूंगा ,बोलिये मंजूर है
प्रोफेसर अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए - मंजूर है

PURANI DELHI
दरवाजे के उस ओर से आता है एक शख्स जिसने leather के चिपके हुए कपड़े पहने हुए थे नीचे पैंट का रंग हरा ऊपर छाती तक सफेद और उसके ऊपर नारंगी , नकाब भी नारंगी ही था बेल्ट के buckle पर चक्र था वो दिखने में कुछ 6 फुट का हट्टा कट्टा जवान था जिसे देख सभी के मुँह से एक ही शब्द निकलता है
' तिरंगा '
अगले ही पल तिरंगा दूसरे बॉडीगार्ड को एक घूमती हुई किक मरता है जिससे वो वही बेहोश हो जाता है
विनय - बुरा मत मानना पर लगता है तुमने अपने नाम को कुछ ज्यादा ही दिल पर ले लिया है ( विनय व्यंगात्मक तरीके से कहता है )
तिरंगा - अब हर किसी को नाम तो बताऊंगा नही कुछ कपड़े देख कर ही समझ जाते हैं time बचता है ना ( तिरंगा ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया )
बॉस - अहां काफी नाम सुना था सोचा था कुछ अलग सा होगा तुम तो नार्मल निकले बे
विनय - हाँ वही तो , मैने भी सोचा था नागराज टाइप कुछ होगे तुम
तिरंगा विनय की बात पर ध्यान दिए बिना फुर्ती से बॉस का कालर पकड़ कर उसे दीवार से टिका देता है
तिरंगा - ये नया माल , क्या है ये ओर supplier कोंन है इसका
बॉस - रुको बताता हूं मुझे थोड़ा सांस तो लेने दो
तिरंगा उसे छोड़ता है , वो आगे बढ़ता है और टेबल के डेस्क में रखे एक नीले रंग के इंजेक्शन को निकालता है
बॉस - ये मुझे दिया था उसने जिसके लिए मैं काम करता हु उसने कहा था इस ड्रग को लेने के बाद लेने वाले में एक हाथी जितनी ताकत आ जायेगी...
विनय - अच्छा तेरेको यहाँ हम दोनों के चेहरों पर C लिखा दिख रहा है क्या
बॉस - मुझे लगा ही था ( कहते हुए बॉस उस इंजेक्शन को खुद के लगा लेता है , ओर देखते ही देखते उसका शरीर दानवाकार में बदल जाता है ओर वो तिरंगा ओर विनय को एक ही झटके में बाहर उछाल फैंकता है
तिरंगा - बोलना जरूरी था
विनय - अरे तो यार मुझे लगा वो ब्लफ मार रहा है
इससे पहले की विनय कुछ बोलता बॉस ने उसके एक जोरदार मुक्का दिया और विनय उड़ता हुआ दीवार में
विनय - अबे ऐसे कोंन मरता है बे
बॉस तिरंगा पर भी हमले करता है लेकिन तिरंगा उससे खुद को हर बार बचा लेता है
तिरंगा मन में सोचते हुए - ऐसे काम नही चलेगा मुझे जल्द से जल्द इसे काबू में करना होगा
तिरंगा पर बॉस फिर हमला करता है लेकिन इस बार तिरंगा उसके हमले की दिशा से हट कर उसके बायीं ओर आता ह ओर एक जोरदार मुक्का उसकी कनपटी पर देता है बॉस लड़खड़ा कर नीचे गिरता है
विनय - वाह मान गए
तिरंगा कुछ कहता इससे पहले ही वो फिर से उठ खड़ा होता है
विनय - अबे यार ये ऐसे नही मानेगा
( बोलते हुए विनय अपनी pistol निकालता है और लगातार दो तीन गोलियां उसके शरीर मे उतार देता है
तिरंगा - ये क्या किया तुमने
विनय - अब तुम्हारे उस सुपर मुक्के से उसे कुछ हुआ नही तो कुछ तो करना था न भाई
तिरंगा - ins . विनय माफिया को खत्म करने निकले हो ऐसे तो तुम खत्म हो जाओगे माफिया तो अभी बहुत दूर है
विनय हक़बकाते हुए - त तुम्हे मेरा नाम कैसे पता ओर मतलब ...
तिरंगा - क्योंकि मैं तिरंगा हु
विनय - मतलब तुम्हारे पास कोई सुपर पॉवर है
तिरंगा - नही , खेर वो सब बाद में अब जब तुमने इसे मार दिया है तो क्या लगता है अब क्या करना है
विनय - करना क्या है सिंपल तो है क्लब के मालिक को धरूँगा अब
तिरंगा - दिल्ली जैसे शहर में strip club चलाने वाले इंसान को तुम पकड़ोगे , ठीक है कोशिश करलो
विनय - कानून का काम मुझ पर छोड़ दो , तुमहारे पास कुछ और प्लान है क्या
तिरंगा - अभी तो नही है लेकिन इतना पक्का है ये केस जितना सिंपल दिख रहा है उतना है नहीं ,वैसे जिसे तुम पकड़ने जा रहे हो उसका नाम तो पता है ना या फिर मैं बताऊ
विनय - उसका असली नाम तो नही पता पर माफिया की दुनिया मे लोग उसे brain master के नाम से बुलाते है!

 

1 comments:

  1. तिरंगा की एंट्री शानदार है, अब दिल्ली की छत का इंतजार है। सुपर स्टोरी।

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